पुस्तक शीर्षक – हड़प्पा त्रय
लेखक – विनीत वाजपेयी
अनुवादक – उर्मिला गुप्ता
प्रकाशन – ट्री शेड
हैलो दोस्तो , बचपन में हमारे इतिहास के विषय में एक टॉपिक हुआ करता था ‘हड़प्पा सभ्यता’ नामक जो जितना रोचक हुआ करता था उससे कई ज्यादा रहस्यमय। एक सभ्यता जो 5 हजार वर्ष पहले बेहद आधुनिक हुआ करती थी जो आज के स्मार्ट सिटी को भी मात दे दे वह सभ्यता कैसे समाप्त हुई ? क्या कोई भूकंप आया था या कोई सुनामी ? जिसके कारण यह महान सभ्यता जमीन के नीचे धँस गई। जब हम इसे सुनते थे या पढ़ते थे तो यह एक रोचक कहानी जैसी लगती थी और इसी रोचक कहानी को आधार बनाकर अपनी कल्पनाओं के घोड़े दौड़ाकर विनीत बाजपेयी ने बेहद रोमांचक ऐतिहासिक थ्रिलर उपन्यास “हड़प्पा ट्राइलॉजी” लिखी है। जिसके हिंदी संस्करण पर हम आज बात करेंगे।
हड़प्पा श्रृंखला तीन भागों में विभाजित है। प्रथम “हड़प्पा रक्त धारा का श्राप” , दूसरा “विनाशकारी प्रलय” और तीसरा “काशी : काले मंदिर का रहस्य।” हड़प्पा रक्त धारा का श्राप विनीत वाजपेयी जी का लिखा हुआ प्रथम उपन्यास है पर लेखक के तौर पर यह उनकी पहली किताब नही है इससे पहले उन्होंने प्रबन्धन और प्रेरक विषयों पर 3 किताबें लिखी हुई है जिनकी चर्चा हम किसी अन्य लेख में करेंगे। हड़प्पा श्रृंखला मूलतः अंग्रेजी भाषा में लिखी गई किताब है जिसका अनुवाद उर्मिला गुप्ता जी ने किया है। जिन्होंने इससे पहले राम श्रृंखला और शिवा ट्राइलॉजी का हिंदी अनुवाद किया है हाल में ही केविन मिसेल की मेघनाद का भी हिंदी अनुवाद उन्होंने ही किया है तो हड़प्पा ट्राइलॉजी का अनुवाद काफी बढ़िया है जो आपको बांधकर रखेगा।
अब बात करते है कथानक पर तो इस उपन्यास में दो कथानक है प्रथम पांच हजार वर्ष पूर्व हड़प्पा के विनाश पर और दूसरा वर्तमान में 2017 में बनारस के देव राक्षस मठ के रहस्य से जुड़ा हुआ है जो दोनों एक दूसरे से जुड़े है वह कैसे जुड़े है एक दूसरे से यह तो आप किताब पढ़कर ही जानेंगे। दोनों ही कथानक बहेतरीन वर्णन और शानदार तरीक़े से लिखे हुए है, जो पाठक की उत्सुकता बढ़ाता है। हाँ,शुरुआत थोड़ी सी धीमी है पर लंबे सफर के लिए छोटे कदम बढ़ाने ही पड़ते है ! निजी तौर पर मुझे हड़प्पा वाला कथानक बेहद पसंद आया जहाँ विवस्वान जो मुख्य नायक है अपने बेटे मनु और अपनी पत्नी संजना के साथ सुखी जीवन जी रहा होता है और एक षड्यंत्र में फंसकर बदले की आग में देवता से दानव बनकर पूरी हड़प्पा के विनाश का कारण बनता है। वही 2017 में मुख्य नायक विधुत जो आम व्यक्ति नही है उसे बनारस बुलाया जाता है जहाँ उसके दादाजी जो देव राक्षस मठ के मुखिया है उसे उनके वंश के श्राप एवं काले मंदिर के रहस्य के बारे में बताते है जो समस्त दुनिया को हिंसक अंत की तरफ धकेल सकता है। वही दुनियाभर की खुफिया ताकते विद्युत को उस रहस्य को उजाकर करने से रोकना चाहते है। क्या वे अपने मकसद में सफल हो पाएंगे ? या विधुत को रोक पाएंगे जो विवस्वान पुजारी की ही तरह आधा इंसान औऱ आधा भगवान है।
शानदार लेखनी से सुसज्जित यह उपन्यास हड़प्पा के रहस्य से लेकर इल्युमिनाटी एवम न्यू वर्ल्ड आर्डर के रहस्य को उजागर करता रोमांचक उपन्यास जिसकी 2 लाख से भी ज्यादा प्रतियां बिक चुकी है। बेहद रोमांचक उपन्यास लिखने के लिए लेखक विनीत वाजपेयी और प्रकाशक ट्री शेड को बधाई।